विवरण: सोफितिया और कैसंड्रा, दो दिव्य पुजारी, खुद को एक विचित्र भूलभुलैया में पाते हैं। वहां, उनका सामना एक राक्षसी मिनोटौर से होता है। उनके शरीर, जादू से लथपथ, आग की लपटों में जलते हैं, वे अपनी आत्मा और सम्मान के लिए लड़ते हुए कामुक तमाशा बनाते हैं।