विवरण: देहाती दादी, एक गाँव की फूहड़, तीव्र गुदा प्रवेश चाहती है। उसके पति की अनुपस्थिति उसकी लालसा को बढ़ा देती है। बेहिचक, वह एक अजनबी के मोटे शाफ्ट का बेसब्री से स्वागत करते हुए अपनी गांड को सार्वजनिक रूप से दिखाती है। वह चरमोत्कर्ष पर पहुँचती है, अपनी अय्याशी में लिप्त होती है।