विवरण: एक विनम्र आदमी खुद को दो प्रमुख महिलाओं की दया पर पाता है, जो बारी-बारी से उसे दंडित करती हैं। जब वे उसकी सीमाओं को पार करते हैं, तो उसका जीवन यातना और आनंद का कभी न खत्म होने वाला चक्र बन जाता है, जिससे वह पूरी तरह से उनकी दया पर निर्भर हो जाता है।